पुराने समय में लोग लेंन - देन का विवरण रखने के लिए खातों का प्रयोग करते थे पर समय क साथ समाज में आधुनिक बदलाव हुए उसी बदलाव का एक उदहारण टैली हे। टैली पहली बार १९९० में अस्तित्व में आयी। उसके बाद से ही टैली में काफी महत्वपूर्ण बदलाव होते रहे तो आईये पहले हम टैली क इतिहास के बारे में समझते हे।
टैली ३.० - टैली का यह version 1990 में आया। यह बहुत ही साधारण सॉफ्टवेयर था ये बिलकुल भी एडवांस सॉफ्टवेयर नहीं था और ये केवल माइक्रोसॉफ्ट dos पर ही कार्य करता था।
टैली ३.१२ - टैली का यह version 1991 में आया। टैली का यह सॉफ्टवेयर बिलकुल टैली के पिछले सॉफ्टवेयर की तरह ही कार्य करता था पर इसमें कुछ नए फीचर्स जुड़ गए थे पर ये सॉफ्टवेयर भी ms dos पर ही कार्य करता था।
टैली 4 - टैली का यह सॉफ्टवेयर 1992 में आया। यह सॉफ्टवेयर बाकी दोनों सॉफ्टवेयर से थोड़ा अलग था पर यह सॉफ्टवेयर भी सिर्फ ms dos पर ही कार्य करता था।
टैली 4 .5 - टैली का यह सॉफ्टवेयर 1994 में आया और यह भी एक ms dos पर कार्य करने वाला सॉफ्टवेयर था। जिसकी वजह से इसकी स्पीड काफी अच्छी थी प्रोसेसिंग करने के लिए।
टैली 5.4 - टैली का यह सॉफ्टवेयर 1996 में आया। टैली के इस सॉफ्टवेयर में ग्राफ़िक्स का प्रयोग किया गया था जिस वजह से यह काफी चलन में आया।
टैली 6.3 - टैली का यह सॉफ्टवेयर 2001 में आया। टैली का यह सॉफ्टवेयर विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट करता था और इसमें वैट और प्रिंट करने का नया फीचर्स जोड़ा गया था। यह वाटर लाइट सिक्योरिटी पर आधारित था जिस कारण इसकी सिक्योरिटी काफी अच्छी थी।
टैली 7.2 - टैली का यह सॉफ्टवेयर 2005 में आया। टैली का यह सॉफ्टवेयर काफी नए फीचर्स क साथ आया था। टैली क इस सॉफ्टवेयर में ऑपरेशन काफी शीघ्रता से कार्य करते थे।
टैली 8.1 - टैली का यह सॉफ्टवेयर 2006 में आया। टैली के इस सॉफ्टवेयर में एक नया डाटा स्ट्रक्चर शामिल हुआ था। जिसका नाम POS और payroll था।
टैली 9 - टैली का यह सॉफ्टवेयर 2006 में आया। टैली के इस सॉफ्टवेयर में काफी तरफ के नए फीचर्स भी जुड़े जैसे की - एक्साइज , इ-टीडीएस फिलिंग फैसिलिटी, FBT, टीडीएस और इन्वेंटरी मैनेजमेंट।
टैली ERP 9 - टैली का यह सॉफ्टवेयर 2009 में आया। टैली का यह सॉफ्टवेयर काफी एडवांस सॉफ्टवेयर था। इसमें GST , मल्टी यूजर फैसिलिटी थी।